गमगिन महोल मे निकाह

*पिता को सुपुर्द ए खाक करने के बाद गमगीन माहौल मे पढा गया बेटे का निकाह*
मोहम्मदी खीरी ,*अब्बासनकवी*
,*हुईहय वही जो राम रचि राखा *की पंक्तियां  कोतवाली के  गांव खजुरिया  पर सटीक बैठती है मोहम्मद इलियास  जो अपने सबसे छोटे बेटे  माजिद खां  की शादी की तैयारी  बड़े जोर शोर से  कर रहे थे  इसी बीच अचानक  6 दिसंबर को उनकी हत्या कर दी गई तथा 7 दिसंबर को गाव मे सुपुर्द ए खाक करने के बाद  मोहम्मद मजीद खान ने अपने पिता द्वारा तय किए गए रिश्ते को अंजाम देते हुए रात 8:00 बजे कोतवाली मोहम्मदी की चौकी मूडा चौकी के गाव मूडानिजाम कुछ रिश्तेदारो के साथ बारात लेकर गाव पहुंचे, जहां उनका निकाह रियाज खान की बेटी के साथ गमगीन माहौल मे हुआ ,*जिसमें सभी की आंखों में आंसू दिखाई दिए ,जिसमे गांव के प्रधान पूर्व प्रधान सहित अन्य लोग भी शामिल हुए,तथा जब वहू अपने ससुराल खजुरिया  आयी तो एक बार फिर पूरा परिवार शोकाकुल हो गया,वेटे ने  अपने पिता को दिए हुए वादे को निभाते हुए अपना वादा निभाया ,इसी को कहते है   किस्मत का खेल*