२४ का परमिट ५७ काटे गए

*भीरा रेंज मे वन विभाग की मिलीभगत से लकडकट्टों ने 24 पेडों के परमिट की आड मे काट डाले आम के 57 हरे भरे पेड।*


 


लखीमपुर खीरी। खीरी जनपद के उत्तर खीरी वन प्रभाग मे शातिर लकडकट्टे वन विभाग की मिलीभगत से आम के हरे भरे पेडों का धडल्ले से सफाया कर रहे हैं। वन विभाग के अफसर शिकायत मिलने के बाद भी अपने भ्रष्ट कर्मचारियों व लकडकट्टों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। जिससे साफ प्रतीत होता है कि इस अवैध कटान मे उनका भी अहम रोल है।


जानकारी के अनुसार उत्तर खीरी वन प्रभाग की भीरा रेंज के लौकहा गांव निवासी मनजीत सिंह ने अपनी आम की बाग क्षेत्र के ही लकडकटटे उस्मान को बेच दिया था। इस बाग मे आम के करीब 60 हरे भरे पेड थे। शातिर लकडकट्टे उस्मान ने  बाग मालिक को परमिट बनवाकर पेड काटने की बात कही। लेकिन लकडकट्टे उस्मान ने वन विभाग से सांठगांठ कर आम के महज 24 पेडों का ही परमिट बनवाया।
आरोप है कि शातिर लकडकट्टे उस्मान ने अपना कटान शुरू कर पहले परमिट के 24 पेड काट कर लकडी मंडी पहुचा दिये। उसके बाद ठेकेदार ने उसी परमिट की आड मे आम के 57 शेष हरे भरे पेडों को भी  काट डाला। अवैध कटान की सूचना होने पर मीडियाकर्मियो ने इस बाबत वन विभाग के अफसरों से बात की तो वन विभाग अंजाम बनने लगा। इस अवैध कटान को लेकर भीरा रेंजर राकेश वर्मा भी कोई संतोषजनक जवाब नही दे पा रहे है। भीरा रेंजर कभी अवैध कटान की जानकारी से इन्कार कर रहे हैं और कभी ठेकेदार पर कार्यवाई किये जाने की बात कहते है। लेकिन अभी तक वन विभाग के अफसरों ने न तो अपने भष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है और न ही शातिर लकडकट्टे के खिलाफ केस काटा है।