90 ke dashak mein Gujarat

90 के दशक में गुजरात में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार चल रही थी.... सम्मानीय केशुभाई पटेल उर्फ केशु बापा गुजरात के मुख्यमंत्री थे,


पूरे भारत में सबसे पहले बीजेपी की सरकार गुजरात में ही बनी थी, 
और सबसे पहले पूर्ण बहुमत भी गुजरात में ही बीजेपी को मिला था, 
और गुजरात को मीडिया वालों ने हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहना शुरू कर दिया था।


कांग्रेस आलाकमान को गुजरात में बीजेपी की सरकार बुरी तरह से खटक रही थी.. 
फिर कांग्रेसियों ने महत्वाकांक्षी शंकर सिंह वाघेला को अपने पाले में लिया, 
और शंकर सिंह वाघेला ने बीजेपी के कुछ विधायकों को तोड़ा आनन-फानन में कमलनाथ ने ही अपना प्राइवेट जेट अहमदाबाद एयरपोर्ट पर भेजा था, 
और मजे की बात देखिए शंकर सिंह वाघेला विधायकों को खजुराहो के जिस रिजॉर्ट में ले गए थे, 
वह रिजोर्ट कमलनाथ का ही था....


भारतीय राजनीति में रिजोर्ट पॉलिटिक्स शुरू करने वाली कांग्रेस थी । 
उस वक्त बीजेपी में अटल जी और लालकृष्ण आडवाणी जी जैसे नैतिकता वादी आदर्शवादी लोग थे, 
जो कांग्रेस को उसकी कमीनपंथी भाषा में जवाब देना नहीं जानते थे, 
जबकि शास्त्रों में लिखा है ,
*सठे सठयम समाचारेत* यानी की दुष्ट के साथ दुष्टता वाला ही व्यवहार  करना चाहिए.


कमलनाथ के कुकर्म आज उसको ही भारी पड़ गए।