Yes bank

यस बैंक के डूबने के पीछे कॉंग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री एवम पूर्व वित्त मंत्री जिम्मेदार है।
2005 में 300 करोड़ रुपये के आईपीओ से शुरुआत करने वाला #राणा कपूर एवम #अशोक कपूर की  यस बैंक देखते ही देखते पूरे देश में धमाल मचा दिया था। 26/11 में इसके पार्टनर अशोक कपूर की मृत्यु हो गयी थी उसके बाद उनकी पत्नी मधु जी  इसे देखती थी।लेकिन दोनों में खटपट शुरू हो गयी थी।


पूर्व  अर्थशास्त्री डॉ #मनमोहन सिंह जी एवम  एवं पूर्व वित्त मंत्री पी #चिदंबरम जी कि बैंक को लोन बांटने की #खुली छूट देने के कारण आज इस बैंक का जो हाल हुआ है उसकी जिम्मेदार यही दोनों है। हो सकता है इन कंपनियों के द्वारा #वित्तमंत्री एवम #कांग्रेस तक भी कमीशन पहुंचा होगा जो जांच का विषय है। यह  बैंक 10.75 % की ब्याज सालाना दर पर लोन देती थी वो भी बिना किसी से सिक्योरिटी पर यह बैंक लोन देती थी । इस बैंक ने 2014 से  काफी पहले वैसे कंपनियों को लोन दी थी जो या तो बीमार थे या तो संकटग्रस्त थे मसलन सीजी पॉवर,अनिल अंबानी,एस्सेल, एस्सार, आईएल एंड एफसी,वोडाफोन, जैसे कंपनियां थी जो बाद में डिफॉल्टर साबित हुए । इन  कंपनियों को कोई अन्य बैंक लोन नहीं देती थी उन सभी बैंकों को यस बैंक ने  लगभग #ढाई लाख करोड़ रुपये का लोन दे रखा था। 2017 में इस बैंक में #जब 6355 करोड़ रुपये को बैड लोन में डाला, तब #मोदी जी ने इस बैंक पर शिकंजा कसा तो सचाई सामने आई। इस बैंक का शेयर वैल्यू कभी 1400 रु तक थी जो बाद में घटकर 16.15 रु हो गया।


वास्तव में आज भारत की जो अर्थब्यवस्था खराब है उसका  कारण या दोष किसी को दिया जाना सकता है तो वो है पूर्व की कांग्रेस की सरकार। कांग्रेस सरकार के वित्तमंत्री ने सरकारी बैंक के द्वारा  लगभग 52 लाख करोड़ रुपये का लोन कंपनियों  को दे रखा था । मोदी जी की सरकार ने बैंकों पर शिकंजा कसा और लगभग 26 लाख करोड़ रुपये की वापसी कर पायी या दूसरे शब्दों में कहे तो डूबने से बचाया। बाकी 26 लाख करोड़ रुपये एनपीए साबित हुआ। 


अतः हम सबको गर्व होना चाहिए कि मोदी जी पर अगर वो  है तो देश है ।वर्ना ये लुटरे तो देश को बेच ही डाला था।
कुछ थेथर लोग इसका दोष मोदी जी को दे रहे है आइये उनको मिलकर आईना दिखाये।