Brahmanon ko khojne wala itihaas

*_ब्राह्मणों को कोसने वालों इतिहास को ठीक से पढ़ लो..._* 👇🙏💪



*_त्रेता युग में क्षत्रियों का शासन था !_*


*_महाभारत काल मे यादव क्षत्रियों का शासन था !_*


*_उसके बाद दलित-मौर्य और बौद्धो का राज था !_*


*_उसके बाद 600 साल मुसलमान बादशाह (अरबी लुटेरों) का राज था_*



*_फिर 300 साल अंग्रेज राज था!_*



*_पिछले 70 वर्षों से अंबेडकर का संविधान राजकाज चला रहा है़।_*



*_लेकिन फिर भी सब पर अत्याचार ब्राहमणों द्वारा किया गया... अमेजिंग ?_* 😂



*_मूर्खता की कोई सीमा नही!!_*



*_ब्राह्मणों को गाली देना, कोसना, उन्हें कर्मकांडी, पाखंडी, लालची, भ्रष्ट, ढोंगी, जैसे विशेषणों के द्वारा अपमानित करना आजकल ट्रेंड में है...._*



*_कुछ लोग ब्राह्मणों को सबक सिखाना चाहते हैं, कुछ उन्हें मंदिरों से बाहर कर देना चाहते हैं.. वगैरह-वगैरह......_*



*_कुछ कथित रूप से पिछड़े लोगों को लगता है कि ब्राह्मणों की वजह से ही वो 'पिछड़े' रह गये, दलितों की अपनी दलीलें हैं, कभी-कभी अन्य जातियों के लोगों के श्रीमुख से भी इस तरह की बातें सुनने को मिल जाती हैं।_*



*_आमतौर से ये धारणा बनाई जा रही है कि ब्राह्मणों की वजह से समाज पिछड़ा रह गया, लोग अशिक्षित रह गये, समाज जातियों में बंट गया, देश में अंधविश्वासों को बढ़ावा मिला.. वगैरह-वगैरह....._*



*_आज, ऐसे सभी माननीयों को हृदय से धन्यवाद देते हुए मैं आपको जवाब दे रहा हूं..._*



*_इस वैधानिक चेतावनी के साथ कि मैं किसी प्रकार की जातीय श्रेष्ठता में विश्वास नहीं रखता।_*



*_लेकिन आप जान लीजिये--->_*



 *_वो कौटिल्य, जिसने सम्पूर्ण मगध साम्राज्य को संकटों से मुक्ति दिलाई, देश में जनहितैषी सरकार की स्थापना कराई, भारत की सीमाओं को ईरान तक पहुंचा दिया और कालजयी ग्रन्थ अर्थशास्त्र की रचना की (जिसे आज पूरी दुनिया पढ़ रही है) वो कौटिल्य ब्राह्मण थे।_*



*_आदि शंकराचार्य जिन्होंने संपूर्ण हिंदू समाज को एकता के सूत्र में बांधने के प्रयास किये।_*



*_8वीं सदी में ही, पूरे देश का भ्रमण किया, विभिन्न विचारधाराओं वाले तत्कालीन विद्वानों-मनीषियों से शास्त्रार्थ कर उन्हें हराया, देश के चार कोनों में चार मठों की स्थापना कर हर हिंदू के लिए चार धाम की यात्रा का विधान किया, जिससे आप इस देश को समझ सके। वो शंकराचार्य ब्राह्मण थे।_*



*_कर्नाटक के जिन लिंगायतों को कांग्रेसी हिंदुओं से अलग करना चाहते हैं, उनके गुरु और लिंगायत के संस्थापक " बसव " भी ब्राह्मण थे।_*



*_भारत में सामाजिक- वैचारिक उत्थान, विभिन्न जातियों की समानता, छुआछूत-भेदभाव के खिलाफ समाज को एक करने वाले भक्ति आंदोलन के प्रमुख संत रामानंद, (जो केवल कबीर के ही नहींं, बल्कि संत रैदास के भी गुरु थे) ब्राह्मण थे।_*



*_आज दिल्ली में जिस भव्य अक्षरधाम मंदिर के दर्शन करके दलितों समेत सभी जातियों के लोग खुद को धन्य मानते हैं, उस मंदिर की स्थापना करने वाला स्वामीनारायण संप्रदाय है, जिसके जनक घनश्याम पांडेय भी ब्राह्मण थे।_*



*_वक्त के अलग-अलग कालखंड में हिंदू समाज में व्याप्त हो चुकी बुराईयों को दूर करने के लिए 'आर्य समाज ' व 'ब्रह्म समाज ' के रूप में जो दो बड़े आंदोलन देश में खड़े हुए, इन दोनों के ही जनक क्रमश: स्वामी दयानंद सरस्वती व राजा राममोहन राय (जिन्होंने हमें सती प्रथा से मुक्ति दिलाई) ब्राह्मण थे।_*



*_भारत में विधवा विवाह की शुरुआत कराने वाले ईश्वरचंद विद्यासागर भी ब्राह्मण थे। इन सभी संतों ने जाति-पांति, छुआछूत, भेदभाव के खिलाफ समाज को जागरुक करने में अपना जीवन खपा दिया- लेकिन समाज नहीं सुधरा।_*



*_भगवान श्रीराम की महिमा को  " रामचरित मानस " के जरिये घर-घर में पहुंचाने वाले तुलसीदास और भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की लहर पैदा करने वाले वल्लभाचार्य भी ब्राह्मण थे।_*



*_ये भी याद रखिये- मंदिरों में ब्राह्मणों का वर्चस्व था, जैसा कि आप लोग कहते हैं, फिर भी भारत में भगवान परशुराम (ब्राह्मण) के मंदिर सामान्यत: नहीं मिलते। ये है ब्राह्मणों की भावना..._*



*_विदेशी आधिपत्य के खिलाफ सबसे पहले विद्रोह का बिगुल बजाने सन्यासियों में से अधिकांश लोग ब्राह्मण थे।_*



*_अंग्रेजों की तोपों के सामने सीना तानने वाले मंगल पांडेय, रानी लक्ष्मीबाई, अंग्रेज अफसरों के लिए दहशत का पर्याय बन चुके चंद्रशेखर आजाद, फांसी के फंदे पर झूलने वाले राजगुरु - ये सभी ब्राह्मण थे।_*



*_वंदेमातरम जैसी कालजयी रचना से पूरे देश में देशभक्ति का ज्वार पैदा करने वाले बंकिमचद्र चटर्जी, जन गण मन के रचयिता रविंद्र नाथ टैगोर ब्राह्मण, देश के पहले आईएएस (तत्कालीन ICS) सत्येंद्रनाथ टैगोर भी ब्राह्मण। स्वतंत्रता आंदोलन के नायक गोपालकृष्ण गोखले (गांधी जी के गुरु), बाल गंगाधर तिलक राजगोपालाचारी ब्राह्मण।_*



*_भारत के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में पंडित अटल बिहारी बाजपेयी भी ब्राह्मण।_*


*_नेहरु सरकार से त्यागपत्र देने वाले पहले मंत्री जिन्होंने पद की बजाय जनहित के लिए संघर्ष का रास्ता चुना और कश्मीर के सवाल पर अपने प्राणों की आहुति दी- वो डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी ब्राह्मण ।_*



*_बीजेपी के सबसे बड़े सिद्धांतकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय... हिंदू समाज की एकता, जाति विहीन समाज की स्थापना और सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना के लिए खड़ा हुआ दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव एक गरीब ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले पूज्य डॉ० हेडगेवार जी ने डाली थी। उन्होंने अपने खून का कतरा-कतरा हिंदुओं को ताकत देने और उन्हें एकसूत्र में पिरोने में खपा दिया, केवल ब्राह्मणों की चिंता नहीं की। संघ के दूसरे सरसंघचालक डॉ० गोलवलकर- जिन्होंने संपूर्ण हिंदू समाज को ताकत देने के लिए सारा जीवन समर्पित कर दिया- वो भी ब्राह्मण।_*



*_यही नहीं..._*



*_देश में पहली कम्यूनिस्ट सरकार केरल में बनाने वाले नंबूदरीपाद समेत मार्क्सवादी आंदोलन के कई प्रमुख रणनीतिकार ब्राह्मण ही थे।_*



*_समकालीन नेताओं की बात करें तो तमिलनाडु में जयललिता ब्राह्मण थीं।_*



*_मायावती, जिन्होंने  "तिलक - तराजू और तलावर, इनको मारो जूते चार" जैसा अपमानजनक नारा बार-बार लगवाया, उन पर जब लखनऊ के गेस्ट हाउस में सपा के गुंडों ने जानलेवा हमला किया, उन्हें मारा-पीटा, उनके कपड़े फाड़े, और शायद उनकी हत्या करने वाले थे, उस समय जान पर खेलकर उन गुंडों से लड़ने वाले और मायावती को सुरक्षित वहां से निकालने वाले स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी भी ब्राह्मण थे।_*


*_जिस लता मंगेशकर की आवाज को ये देश सम्मोहित होकर सुनता रहा और जिस सचिन तेंदुलकर के हर शॉट पर प्रत्येक जाति का युवा ताली बजाकर खुश होता रहा - ये दोनों ही ब्राह्मण हैं।_*



*_फिर भी, जिन्हें लगता है कि ब्राह्मण केवल मंदिर में घंटा बजाना जानता है, वो ये भी जान लें कि भारत के इतिहास का सबसे महान घुड़सवार योद्धा और सेनानायक, जिन्होने 20 साल के अपने राजनीतिक जीवन में 41 युद्ध लडे, लेकिन कभी कोई युद्ध नहीं हारा..._*


*_जिसने मुस्लिम शासकों के आंतक से कराहते देश में भगवा पताकाओं को चारों दिशाओं में लहरा दिया और जिसे बाजीराव-मस्तानी फिल्म में देखकर आपने भी तालियां ठोंकी होंगी, वो " बाजीराव भल्लाल " भी ब्राह्मण था।_*



*_.....तो ब्राह्मणों को कोसने वालों इतिहास को ठीक से पढ़ लो..।।_*



*_सभी बन्धुओं से निवेदन करता हूं कि पूर्वजों का इतिहास बच्चों को जरूर बताएं ।_*


*_जयतु ब्राह्मणाय्_*🚩