घर मां सोयउ घर मां खायो
बड़कन्ने! बाहर ना जायो!
अपने अम्मा बप्पा द्याखौ
घर का चप्पा चप्पा द्याखौ
छपरा द्याखौ छानी द्याखौ
है चुवति कहाँ पानी द्याखौ
भारी द्याखौ हल्का द्याखौ
घर के खटिया पलका द्याखौ
घारी द्याखौ बग्गर द्याखौ
बाहर द्याखौ भीतर द्याखौ
घर के भीतर रोयो गायो
बड़कन्ने बाहर ना जायो!
सरिगा सारा लहसुन द्याखौ
गोंहुन माँ परिगे घुन द्याखौ
चाभी द्याखौ ताला द्याखौ
घर के भीतर जाला द्याखौ
पगही द्याखौ पगहा द्याखौ
द्वारे पर के हरहा द्याखौ
चैला द्याखौ चिफुरी द्याखौ
धनिया चरिगै बकरी द्याखौ
अपनै घरु है ना सरमायो
बड़कन्ने बाहर ना जायो
बच्चा द्याखौ बीवी द्याखौ
जतना चाहौ टीवी द्याखौ
भाभी जी हैं घर पर द्याखौ
अब राति दौसु पिच्चर द्याखौ
रामायण घरी घरी द्याखौ
सब टीवी डिस्कवरी द्याखौ
ज्यादा द्याखौ या कम द्याखौ
हाँ मगर सूर्यवंशम द्याखाै
टीवी से बाहर ना आयो
बड़कन्ने बाहर ना जायो
जी बाहर गे उनका द्याखौ
चिरकुआ गवा धुनका द्याखौ
मँगरुआ गवा मारा द्याखौ
ननकू का पिछवारा द्याखौ
सब के सब सत्तारी द्याखौ
दुनिया की बीमारी द्याखौ
दुनिया दुनियादारी द्याखौ
सरकारी तैयारी द्याखौ
करफू है मुलु ना घबरायो
बड़कन्ने बाहर ना जायो