कृपया जोश में होश न खोएं
#मुँह खोला ... और #हग दिया ।।
दिल्ली के बारे में कुछ भी ज्ञान बकने से पहले थोड़ी सी जानकारी रख लें ।।
दिल्ली कई सत्ता केंद्रों का एक शहर है ।।
इसके मुख्य तीन सत्ता केंद्र हैं ।।
1- #केंद्र
2- #केजरीवाल
3- #सुप्रीमकोर्ट
इन तीनो के अलावा दिल्ली में कई ऑटोनॉमस बॉडी भी रहती हैं ।।
जैसे #लोकसभा ।।
#राज्यसभा ।।
#नगर निगम।।
#कैग ।।
#चुनाव आयोग ..!!
#Jnu ।।
#जामिया ।।
#डीयू ।।
#राष्ट्रपति भवन ...वगैरह वगैरह ।।
अब दिल्ली पुलिस केंद्र के हाथ जरूर है ...
पर up.. बिहार या अन्य राज्यों जैसे नहीं।।
यहां हर जगह करवाई करने से पहिले दिल्ली पुलिस को देखना होता है के जिस क्षेत्र में अपराध हुआ है ...
उसका अधिकार किस #संस्था के पास है..??
फिर किसी भी करवाई से पहिले उस संस्था से लिखित परमीशन लेनी होती है ।।
Jnu प्रशासन जब तक नहीं कहेगा तब तक चाहे एक हजार लोगों का #मर्डर हो जाय ..
तब तक पुलिस करवाई नहीं कर सकती ।।
राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में होने वाले अपराधों पे कारवाई के लिए केजरीवाल की परमिशन जरूरी है ।।
#सड़क .. #परिवहन .. #अस्पताल .. #स्कूल
सब #राज्य के विषय हैं ।।
इन जगहों हुए किसी #अपराध पे कारवाई के लिए केजरीवाल का आदेश जरूरी है ...
जिसे केजरीवाल नहीं दे रहा ।।
इसी तरह देश द्रोह के मामले में #कन्हैया कुमार पे कारवाई का आदेश आज तक केजरीवाल ने नहीं दिया!
इसी तरह दिल्ली में जो भी दंगे फँसाद #मुसलमानो द्वारा किये जा रहे हैं ...
उस पर करवाई का आदेश या तो केजरीवाल दे सकता है या फिर सुप्रीम कोर्ट।।
जबकि मैं देख रहा हूँ के विपक्षी तो हई हैं अक्ल के खोद पर बहुत से भाजपाई मित्र भी बार बार केंद्र पे सवाल कर रहे हैं के करवाई क्यों नही हो रही ।।
तो भइया कारवाई इसीलिए नहीं हो रही ।।
जब तक #सुप्रीम #कोर्ट या #केजरीवाल नहीं कहेगा
तब तक सख्त #कार्यवाही नहीं होगी ।।
#kill_the_traitors