*विचार अवश्य करें*
*गणित का सवाल*
😉😉😉😉😉😉
अगर आपको गणित आती है तो बताइए!
अगर 1947 से 2017 यानी 70 साल में भारत मे रुक गए मुसलमान की आवादी 3 करोड़ से दस गुणा बढकर 30 करोड़ हो गयी है, तो हमारे बेटे के ही जीवन काल यानी अगले 70 साल (2090) में उनकी आबादी कितनी होगी?
फिर से दस गुणा यानि 300 करोड़,
और सोचिये तब....
- हमारी सम्पत्ति का क्या होगा?
- हमारे व्यवसाय का क्या होगा?
- हमारी नौकरी का क्या होगा?
- हमारे मन्दिरों का क्या होगा?
- स्कूल गयी हमारी बेटी का क्या होगा?
- हमारे संविधान का क्या होगा?
- हमारे जातीय अहंकार का क्या होगा?
- हमारे आरक्षण का क्या होगा?
- हमारी नेतागिरी का क्या होगा?
- हमारी जाती के लोगों का क्या होगा?
*क्या तब हमारी स्वार्थी बुद्धि*
*कोई समाधान कर पायेगी?* नहीं ना...
तो फिर वही होगा जो काश्मीरी पंडितों का हुआ था । उनके पास फिर भी शरण शरण लेने के लिए भारत देश था, आपके पास क्या है ???
इसीलिए भावी पीढ़ी की सलामती के लिये
CAA, NRC, NPR आदि अनिवार्य है ।
कृपया सबको जागरूक करें व
एकजुट होकर सरकार का साथ दें ।
जय श्रीराम ।।